The hanuman chalisa Diaries
वन उपवन मग गिरि गृह माहीं, तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं । बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करे
वन उपवन मग गिरि गृह माहीं, तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं । बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करे